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Category: Study material

HRTC आधारभूत संरचना

एचआरटीसी के बुनियादी ढांचे में निम्नलिखित शामिल हैं:एक कॉर्पोरेट कार्यालय4 मंडल कार्यालय (शिमला, मंडी, हमीरपुर और धर्मशाला)27 डिपो4 संभागीय कार्यशालाएँ3 बस बॉडी बिल्डिंग इकाइयाँ23 क्षेत्रीय कार्यशालाएँ7 चालक प्रशिक्षण संस्थान (जसूर, मंडी, तारादेवी, हमीरपुर, चंबा, सरकाघाट और कुल्लू)मंडी, परवाणू और जसूर में 3 टायर प्री-क्योर री-ट्रेडिंग प्लांट

IT in HRTC

एचआरटीसी में कंप्यूटरीकरण की शुरुआत 1994 में प्रधान कार्यालय में पांच टर्मिनलों के साथ एक सर्वर (486 ईआईएसए मशीन) स्थापित करके की गई थी। वर्तमान में एचआरटीसी में कम्प्यूटरीकरण विभिन्न स्तरों पर फैल चुका है। कॉर्पोरेट स्तर पर निम्नलिखित गतिविधियों को कम्प्यूटरीकृत किया गया है:-मासिक समीक्षा डेटा और उसका विश्लेषणमार्गवार जानकारीवाहनवार सूचनाजीपीएफ/सीपीएफ कम्प्यूटरीकरणजारी करने को…
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HRTC द्वारा चलाई जा रही योजनाएँ

H.R.T.C. (हि.प्र. सड़क परिवहन निगम )-2 अक्टूबर, 1974 को HRTC का गठन हि.प्र. परिवहन और मण्डी कुल्लू परिवहन को मिलाकर किया गया। हिमाचल पथ परिवहन निगम लोगों को राज्य में तथा राज्य के बाहर 3,254 बसों द्वारा यात्री परिवहन सुविधाएँ उपलब्ध करवा रहा है तथा प्रतिदिन 6.14 लाख किलोमीटर (लगभग) दूरी के साथ 2,693 रूटों…
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First Aid

फर्स्ट एड (First Aid) यानी प्राथमिक चिकित्सा किसी भी इमरजेंसी जैसे दुर्घटना की स्थिति में समस्या की पहचान और सहायता प्रदान करने का पहला कदम है। फर्स्ट एड में सामान्य और जीवन को बचाने वाली तकनीक शामिल होती है। प्राथमिक चिकित्सा (First Aid) को लोग कम से कम इक्विपमेंट और बिना मेडिकल अनुभव के ही…
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HRTC का इतिहास

इतिहास स्वतंत्रता के समय, 15 अप्रैल, 1948 को उत्तर-पश्चिमी हिमालय के 33 पहाड़ी राज्यों का विलय करके हिमाचल को “सी” श्रेणी राज्य के रूप में बनाया गया था। जुलाई, 1949 में प्रदेश में यात्री और माल सेवाओं का राष्ट्रीयकरण किया गया था। वर्ष के दौरान 1958 में, सरकार द्वारा संयुक्त रूप से एक निगम, “मंडी-कुल्लू…
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