पर्वत श्रृंखलाएं-
धौलाधार पर्वत श्रृंखला कुल्लू से होते हुए भंगाल क्षेत्र को पार कर कांगड़ा जिले में प्रवेश करती है।
नदियाँ-
* ब्यास नदी किस स्थान से कांगड़ा में प्रवेश करती है?
– संधोल।
* ब्यास नदी किस स्थान से कांगड़ा को छोड़कर पंजाब में प्रवेश करती है?
– मीरथल।
* ब्यास काँगड़ा को छोड़कर किस स्थान में पंजाब में प्रवेश करती है?
– गुरदासपुर
* बिनवा नदी किस स्थान पर ब्यास में मिलती है?
– संधोल।* न्यूगल नदी किस स्थान पर ब्यास में मिलती है?
– सुजानपुर टीहरा
* हिमाचल की कौन-सी खड्ड कांगड़ा और पंजाब के बीच सीमा बनाती हैं?
– देहर और चक्की।झीलें—
1. करेरी झील
2. डल झील (भागसुनाथ झील) ऋषि अगस्त्य का इस झील से संबंध है। इस झील के किनारे ध्रुमेश्वर महादेव का मंदिर है।
3. मछियाल झील-
जिला कांगड़ा के ममूटा गाँव मे स्थित मछियाल झील लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र है। नगरोटा बगवाँ से मात्र 2 km की दूरी पर जौगाल खड्ड मे स्थित प्राकृतिक मछियाल झील के एक और माँ संतोषी का मंदिर है तो दूसरी और प्राचीन माछिद्र महादेव का मंदिर प्रयटकों कोआकर्षित करता है। ऐसी मान्यता है की यह भूमि माचिन्द्र नाथ की तपो स्थली रही है। जिस स्थान पर बैठ कर उन्होंने तपस्या की थी, उसी स्थान पर माचिन्द्र महादेव के मंदिर की स्थापना हुई है। मंदिर के साथ की पवित्र मछियाल झील है,जिसमे प्राचीन समय से ही भारी संख्या में बड़ी-बड़ी मछलियाँ रहती हैं।
4. पोंग झील (Man Made) दूसरी सबसे बड़ी मानव निर्मित है।घाटियाँ– बीड़ बीलिंग घाटी
मन्दिर—
1. रॉक कट मन्दिर (मसरूर एकाशम)-
कश्मीर के राजा ललितादित्य ने 8वीं शताब्दी में इसका निर्माण करवाया था। यह 15 मन्दिरों का समूह है।
2. ज्वालामुखी मन्दिर-
इस मंदिर का निर्माण कटोच वंश के राजा भूमिचन्द ने करवाया था। महाराजा रणजीत सिंह ने 1813 में सोने का गुंबद चढ़ाया था।
3. ब्रजेश्वरी देवी (काँगड़ा देवी)
4. बैजनाथ मन्दिर
5. चामुण्डा देवी मन्दिर
6. भागसूनाथ मन्दिर
7. लक्ष्मीनारायण मंदिर-
इस मंदिर का निर्माण राजा संसारचन्द ने करवाया था (आलमपुर)
8. बृज बिहारी मंदिर-
इस मंदिर का निर्माण राजा बासु ने करवाया था।
9. काठगढ़ का शिवलिंग मंदिर।10. बैजनाथ मंदिर- बैजनाथ को पहले किरग्राम नाम से जाना जाता था। यह भारत का प्राचीनतम शिव मंदिर है जो तेहरवीं शताब्दी में बना था।