+91 8679200111
hasguru@gmail.com

Author: Sushil Dogra

हिमाचल में स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत

सन् 1845-46 के प्रथम अंग्रेज-सिक्ख युद्ध ने काँगड़ा तथा कुल्लू की पहाड़ी रियासतों को अंग्रेजों के चंगुल में धकेल दिया। 9 मार्च 1846 की सन्धि के अनुसार हिमाचल के अधिकांश हिस्से सिक्खों के छूटकर सीधे अंग्रेजी प्रशासन के अधीन आ गए, जिसके परिणामस्वरूप पहाड़ी रियासतों पर अंग्रेजों का एकाधिकार स्थापित हो गया। अंग्रेजों ने सिक्खों…
Read more

HPU Admission notice 2020-21 (for entrance test based courses)

Online application forms for the subjects/courses as mentioned in the notification at Sr No. 1 to 4 for the entrance test are invited from the eligible candidates upto 30 May 2020. Online forms are available in HP University site www.hpuniv.ac.in.    

आधुनिक हिमाचल का इतिहास (ब्रिटिश)

1. ब्रिटिश और गोरखे- गोरखों ने कहलूर के राजा महानचंद के साथ मिलकर 1806 में संसारचंद को हराया। अमर सिंह थापा ने 1809 ई. में हिण्डूर के राजा राम सरन सिंह पर दबाव डालना शुरू कर दिया परन्तु अंग्रेजी सेनाओं के लुधियाना आने से ‘पलासी’ उसके कब्जे में आने से बच गया। अमर सिंह थापा…
Read more

आधुनिक हिमाचल का इतिहास (सिख और गोरखा)

सिख- गुरू नानक देव सिख धर्म के संस्थापक और पहले गुरू थे। गुरू नानक देव जी अपनी तीसरी उदासी (यात्रा) में 1514 AD में हिमाचल प्रदेश आए थे। गुरूनानक देव जी ने कांगड़ा, ज्वालामुखी, कुल्लू, सिरमौर और लाहौल-स्पीति की यात्रा की। पाँचवें सिख गुरु अर्जुन देव जी ने पहाडी राज्यों में भाई कलियाना को हरमिंदर…
Read more

मध्यकालीन हिमाचल का इतिहास (मुगल वंश)

1. बाबर— बाबर ने 1525 में काँगड़ा के निकट ‘मलौट’ में अपनी चौकी स्थापित की। बाबर ने 1526 ई. में पानीपत के प्रथम युद्ध में इब्राहिम लोदी को हराकर भारत में मुगल शासन की स्थापना की। 2. हुमायूँ और शेरशाह सूरी—- उसके बाद उसका पुत्र हुमायूँ गद्दी पर बैठा। अफगान राजा शेर खान (शेरशाह सूरी)…
Read more