भारत अर्थव्यवस्था की प्रवृत्ति कैसी है- कृषि प्रधान
भारत में किस तरह की अर्थव्यवस्था है – मिश्रित
मिश्रित अर्थव्यवस्था किसका उल्लेख करती है – सार्वजनिक और निजी क्षेत्र दोनों का सहअस्तित्व
बंद अर्थव्यवस्था (Closed economy) वह अर्थव्यवस्था है, जिसमें – न तो निर्यात, न ही आयात होता है।
बन्द अर्थव्यवस्था से आप क्या समझते हैं – आयात-निर्यात बंद
भारत की कुल श्रम शक्ति का लगभग कितना भाग कृषि में लगा हुआ है – 52%
भारतीय अर्थव्यवस्था के प्राथमिक क्षेत्र में क्या शामिल है— कृषि तथा पशुपालन, वन उद्योग तथा लट्ठे बनाना, मछली पालन तथा खनन और उत्खनन
भारतीय अर्थव्यवस्था के द्वितीयक क्षेत्र में क्या शामिल है— निर्माण, विनिर्माण, विद्युत, गैस एवं जलापूर्ति से संबंधित कार्य
भारतीय अर्थव्यवस्था के तृतीयक क्षेत्र में क्या शामिल है— परिवहन व संचार, व्यापार, होटल तथा जलपान गृह, बैंक तथ बीमा, स्थावर संपदा, आवास गृहों का स्वामित्व तथा व्यावसायिक सेवाएं, सार्वजनिक सेवाएं एवं अन्य सेवाएं
जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था विकसित होती है जीडीपी में तृतीयक क्षेत्र का अंश – बढ़ता जाता है।
छिपी हुई या अदृश्य बेरोजगारी क्या है – सीमान्त भौतिक उत्पादकता शून्य होती है।
संरचनात्मक बेरोजगारी का कारण है – अपर्याप्त उत्पादन क्षमता
वैश्वीकरण (Globalisation) का अर्थ है – वित्तीय बाजार का एकीकरण
राष्ट्रीय ग्रामीण विकास संस्थान कहाँ अवस्थित है – हैदराबाद
वर्ल्ड डेवलपमेंट रिपोर्ट किसका वार्षिक प्रकाशन है – IBRD
मानव विकास सूचकांक (HDI) किस अर्थशास्त्री की देन है – महबूब-उल-हक
महूबब-उल हक के सहयोगी कौन थे— ए. के. सेन तथा सिंगर हंस
मानव विकास सूचकांक की अवधारणा का प्रतिपादन कब किया गया— 1990
मानव किकास सूचकांक में कौन-कौन से सूचकांक शामिल किए जाते हैं— जीवन प्रत्याशा सूचकांक, शिक्षा सूचकांक तथा सकल घरेलू उत्पाद सूचकांक
मानव विकास सूचकांक में सम्मिलित होता है – US डॉलर में प्रति व्यक्ति राष्ट्रीय आय
UNDP की मानव विकास रिपोर्ट में भारत को किस श्रेणी में रखा गया है – मध्यम मानव विकास श्रेणी
दक्षिण एशिया के किस देश ने सकल राष्ट्रीय प्रसन्नता को अपने नागरिकों की कुशल क्षेम के सूचकांक के रूप में माना है- भूटान
मानव निर्धनता सूचकांक किस वर्ष की मानव विकास रिपोर्ट में प्रस्तुत किया गया था- वर्ष 1997
मानव विकास सूचकांक HDI में शामिल है- जीवन प्रत्याशा, वास्तविक प्रति व्यक्ति आय, प्रौढ़ साक्षरता
किसी देश की आर्थिक संवृद्धि का सबसे उपयुक्त मापदण्ड है उसका-प्रति व्यक्ति वास्तविक आय
भारत की राष्ट्रीय आय का प्रमुख स्रोत है – कृषि क्षेत्र
जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था विकसित होती है राष्ट्रीय आय में तृतीयक क्षेत्र का अंश – बढ़ता जाता है।
राष्ट्रीय आय है – उत्पादनलागत पर निबल देशीय उत्पाद
आर्थिक संवृद्धि दर क्या है— सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में परिवर्तन की दर
आर्थिक विकास दर क्या है— निबल राष्ट्रीय उत्पादन (NNP) में परिवर्तन की दर
भारत की राष्ट्रीय आय अनुमानित होती है – केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन द्वारा
मानव विकास सूचकांक किसने बनाया था – UNDP
देश में राष्ट्रीय न्यादर्श (NSS) की स्थापना कब हुई – 1950 ई.
केन्द्रीय सांख्यिकीय संगठन (C.S.O.) की स्थापना कब हुई है – 1956 ई.
किस राज्य की प्रति व्यक्ति आय सबसे अधिक है – गोवा
भारत में चालू मूल्यों पर प्रति व्यक्ति न्यूनतम आय वाला राज्य है – बिहार
1867-68 में भारत में प्रति व्यक्ति न्यूनतम आय 20 रूपये थी, यह सर्वप्रथम अभिनिश्चित किया – दादा भाई नौरोजी ने
‘ड्रेन का सिद्धान्त’ (The theory of Drain) किसने प्रतिपादित किया था – गोविन्द रानाडे
हिन्दू वृद्धि दर किससे सम्बन्धित है – राष्ट्रीय आय से
भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन सबसे पहले किसने किया था – दादाभाई नौरोजी
भारत में राष्ट्रीय आय समंकों का आकलन किसके द्वारा किया था – केन्द्रीय सांख्यिकी संगठन
भारत में राष्ट्रीय आय का आकलन करने के लिए उत्तरदायी सरकारी एजेंसी है – केन्द्रीय सांख्यिकीय संगठन
राष्ट्रीय आय गणना का आधार वर्ष क्या है- 2011-12 (जल्दी ही सरकार इसे 2017-18 कर सकती है)
यदि एक दी हुई समयावधि में कीमतें तथा मौद्रिक आय दोनों दोगुनी हो जाएं तो वास्तविक आय- अपरिवर्तित रहेगी
भारत में प्रच्छन्न बेरोजगारी सामान्यत: दिखायी देती है – कृषि क्षेत्र में
भारत के किस राज्य में गरीबों का प्रतिशत सबसे अधिक है – ओडिशा
अन्त्योदय कार्यक्रम का उद्देश्य था – गरीबों में सबसे अधिक गरीब की मदद करना।
गरीबी रेखा के नीचे जनसंख्या का न्यूनतम प्रतिशत अंकित है – जम्मू-कश्मीर में
किस राज्य को अत्यधिक कुपोषण के कारण ‘भारत का इथेपिया’ कहा जाता है – मध्यप्रदेश को
कौन सा असमानता घटाने का उपाय नहीं है – अर्थव्यवस्था का उदारीकरण
वह सत्य होगा कि भारत को परिभाषित किया जाए – एक श्रम आधिक्य वाली अर्थव्यवस्था के रूप में
अल्पविकसित देशों में गरीबी का मुख्य कारण है – आय में असमानता
तेंदुलकर समिति ने भारत में गरीबी रेखा के नीचे की जनसंख्या का प्रतिशत कितना आकलित किया है – 2%
‘हरित सूचकांक’ किसके द्वारा विकसित किया गया था – संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम
किसके द्वारा भ्रष्टाचार से लड़ाई के लिए नागरिकों की मार्गदर्शिका निकाली गई है – केन्द्रीय सतर्कता आयोग
कौन-सा मानव विकास सूचकांक में शामिल नहीं है – सामाजिक असमानता
भारतीय अर्थव्यवस्था के उदारीकरण का अग्रदूत किसको कहा जाता है – डॉ. मनमोहन सिंह
किसी अर्थव्यवस्था में क्षेत्रों को सार्वजनिक और निजी में किस आधारपर वर्गीकृत किया जाता है – उद्यमों का स्वामित्व
1950-51 और 1990-91 के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि की दर क्या रही— 4.1 प्रतिशत
1991-92 और 2011-12 के बीच भारतीय अर्थव्यस्था की वृद्धि की दर क्या रही— 6.9 प्रतिशत
भारत में आर्थिक नियोजन की अवधारणा किस देश के मॉडल पर आधारित है— सोवियत संघ
आर्थिक नियोजन की अवधारणा को विकसित करने का श्रेय किस देश को दिया जाता है— सोवियत संघ
सोवियत संघ में पहली बार प्रथम पचंवर्षीय योजना कब शुरु की गई— 1928 में
भारत में आर्थिक नियोजन प्रणाली शुरु करने का श्रेय किसे दिया जाता है— सर विश्वेश्वरैया
‘भारत के लिए नियोजित अर्थव्यवस्था’ (Planned Economy For India) नामक पुस्तक किसने खिली है— सर विश्वेश्वरैया
आर्थिक नियोजन से संबंधित बंबई योजना कब सामने आई— जनवरी 1944
बंबई योजना कितने वर्षीय थी— 15
मूलतः साम्यवादी सिद्धांतों पर आधारित जन योजना का सृजन किसने किया था— एम. एन. राय
10 वर्षीय जन योजना को कब प्रस्तुत किया गया— 1944
गांधीजी के आर्थिक दर्शन पर आधारित गांधीवादी योजना को कब प्रस्तुत किया गया— अप्रैल 1944
गांधीवादी योजना का सृजन किसने किया था— मन्नारायण
स्वतंत्र भारत की पहली औद्योगिक नीति कब घोषित की गई थी— 1948
औद्योगिक (विकास एवं नियमन) अधिनियम कब पारित किया गया जिसका उद्देश्य उद्योगों का नियोजित विकास एवं नियमन करना था— 1951
अहिंसात्मक ढंग से शोषण विहीन समाज की स्थापना के मुख्य उद्देश्य वाली सर्वोदय योजना का प्रकाशन कब हुआ— 30 जनवरी, 1950
सर्वोदय योजना का विकास किसने किया— जय प्रकाश नारायण
कोलंबों योजना की अवधि क्या थी— 1951 से 1957
योजना आयोग किस तरह की संस्था है— अर्द्ध संवैधानिक राजनीतिक संस्था
प्रथम पंचवर्षीय योजना किस मॉडल पर आधारित थी— हैरड़ डोमर संवद्धि मॉडल
प्रथम पंचवर्षीय योजना की समयावधि क्या थी— 1951-56
द्वितीय पंचवर्षीय योजना का काल क्या था— 1956-61
द्वितीय पंचवर्षीय योजना किस मॉडल पर आधारित थीं— पी. सी. महालनोबिस मॉडल
द्वितीय पंचवर्षीय योजना में कौन-कौन से इस्पात संयंत्रों की स्थापना हुई— राउरकेला (ओड़िशा), भिलाई (छत्तीसगढ़) व दुर्गापुर (प. बंगाल)
इंटीग्रल कोच फैक्टरी तथा चितरंजन लोकोमोटिव्स की स्थापना किस योजना के दौरान हुई— द्वितीय पंचवर्षीय योजना
तीसरी पंचवर्षीय योजना कब से कब तक रही— 1961-66
तीसरी पंचवर्षीय योजना प्रमुख उद्देश्य क्या था— अर्थव्यवस्था को स्वावलंबी एवं स्व स्फूर्त बनाना
किस पंचवर्षीय योजना की विफलता के कारण तीन वर्ष तक योजनावकाश रहा— तीसरी पंचवर्षीय योजना
वार्षिक योजनाएं किन वर्षों में लागू की गईं— 1966-69
किस पंचवर्षीय योजना के दौरान कृषि क्षेत्र में हरित क्रांति का आरंभ हुआ— किसी भी योजना के दौरान नही
कृषि क्षेत्र में हरित क्रांति का आरंभ कब हुआ— 1966-67 (योजनावकाश के दौरान)
चौथी पंचवर्षीय योजना की अवधि क्या रही— 1969-74
चौथी पंचवर्षीय योजना किस मॉडल पर आधारित थी— ओपन कनसिसटेंसी मॉडल
ओपन कनसिसटेंसी मॉडल किसने तैयार किया था— अशोक रुद्र तथा एलन एस. मात्रे
गॉडगिल रणनीति का संबंध किस योजना से है- चौथी पंचवर्षीय योजना
चौथी पंचवर्षीय योजना का मूल उद्देश्य क्या था— स्थिरता के साथ आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता की प्राप्ति
14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण, एमआरटीपी अधिनियम तथा बफर स्टॉक की धारणा किस योजना के दौरान लागू हुई— चौथी
14 बैंकों को राष्ट्रीयकरण किस वर्ष किया गया— 1969
‘गरीबी हटाओ’ का नारा सर्वप्रथम किस पंचवर्षीय योजना में दिया गया— पाँचवीं
पाँचवीं पंचवर्षीय योजना की अवधि क्या थी— 1974-79
पाँचवीं पंचवर्षीय योजना कब समाप्त कर दी गई— 1978
किस सरकार ने पाँचवीं पंचवर्षीय योजना को समय से एक वर्ष पूर्व ही समाप्त घोषित कर दिया—जनता पार्टी सरकार
जनता पार्टी सरकार द्वारा पेश छठी पंचवर्षीय योजना को क्या नाम दिया गया— अनवरत योजना (Rolling Plan)
रोलिंग प्लान को भारत में लागू करवाने का श्रेय किसे दिया जाता है— डी.टी. लकड़ावाला
किस सरकार ने देश में विकेंद्रित नियोजन की धारणा को लागू किया— जनता पार्टी सरकार
छठी पंचवर्षीय योजना की अवधि क्या निश्चित की गई थी— 1978-83
‘ऑपरेशन फ्लड’ कार्यक्रम किसके उत्पादन में बढ़ोतरी से संबंधित है— दूध
‘ऑपरेशन फ्लड’ कार्यक्रम के सूत्रधार कौन थे— डॉ. वर्गीज कूरियन
छठी पंचवर्षीय योजना कब समाप्त कर दी गई— 1980
छठी पंचवर्षीय योजना में किस पर विशेष बल दिया गया— गरीबी निवारण तथा रोगजार सृजन
किस पंचवर्षीय योजना के दौरान रोजगार मापने के लिए ‘मानक व्यक्ति वर्ष’ (Standard Person Year) को अपनाया गया— छठी
ग्रामीण बेरोजगारी उन्मूलन से संबंधित कार्यक्रम IRDP, NREP, TRYSEM, DWACRA, RLEGP किस योजना में लागू किए गए— छठी
किस योजना के दौरान ‘गरीबी रेखा’ को ग्रामीण क्षेत्र में प्रति व्यक्ति 2,400 कैलौरी तथा शहरी क्षेत्र में 2,100 कैलोरी के रूप में परिभाषित किया गया— छठी
कौन-सी योजना 15 वर्ष की दीर्घ अवधि को ध्यान में रखकर बनाई गई थी— छठी
किस योजना 15 वर्ष की दीर्घ अवधि को ध्यान में रखकर बनाई गई थी— छठी
किस योजना को Perspective Planning कहा जाता है— छठी
सातवीं पंचवर्षीय योजना की अवधि क्या थी— 1986-91
सातवीं योजना का प्रमुख उद्देश्य क्या था— आधुनिकीकरण
कौन-सी योजना उदारीकृत अर्थव्यवस्था के रूप में वर्णित ‘जॉन डब्ल्यू. मुलर’ मॉडल पर आधारित थी— आठवीं
आठवीं पंचवर्षीय योजना का कला क्या था— 1992-97
आठवीं पंचवर्षीय योजना पहले कब से लागू होनी थी— 1990
देश में योजनाविहीन वर्ष कौन से रहे— 1990-91 एवं 1991-92
किस योजना में विभिन्न पहलुओं को ध्यान में रखते हुए ‘मानव संसाधन विकास’ को मूलभूत उद्देश्य माना गया— आठवीं
नवीं पंचवर्षीय योजना की समयावधि क्या रही— 1997-2000
दसवीं पंचवर्षीय योजना की अवधि क्या थी— 2002-2007
दसवीं पंचवर्षीय योजना का मुख्य उद्देश्य क्या था— 21वीं शताब्दी में भारत को आर्थिक महाशक्ति बनाना
11वीं पंचवर्षीय योजना कब से कब तक लागू रही— 2007-2017
राष्ट्रीय विकास परिषद् (एनडीसी) की 57वीं बैठक में 12वीं पंचवर्षीय योजना को अंतिम मंजूरी कब दी गई— 26 दिसंबर, 2012
आधुनिक भारत में बजट की परंपरा की शुरुआत करने का श्रेय किसे जाता है— जेम्स विल्सन
1921 में किस समिति की रिपोर्ट के आधार पर सामान्य बजट से रेलवे बजट को अलग कर दिया गया— अकबर्थ समिति
अविभाजित भारत का पहला बजट 1946 में किसने प्रस्तुत किया— आर. के. षणमुखम शेट्टी
स्वतंत्र भारत का पहला बजट कब प्रस्तुत किया गया— 26 नवंबर, 1947
स्वतंत्र भारत का पहला बजट किसने प्रस्तुत किया— आर. के. षणमुखम शेट्टी
स्वतंत्र भारत का पहला पूर्णकालिक बजट कब प्रस्तुत किया गया— 1948-1949
स्वतंत्र भारत का पहला पूर्णकालिक बजट किसने प्रस्तुत किया— आर. के. षणमुखम शेट्टी
भारतीय गणराज्य का पहला पूर्णकालिक बजट किसने प्रस्तुत किया गया— 1950-1951
देश में किन प्रधानमंत्रियों को स्वंय बजट प्रस्तुत करने का श्रेय हासिल है— जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी
देश में शून्य आधारित बजट प्रस्तुत करने की परंपरा किसने डाली— राजीव गांधी
देश में आज तक वित्त मंत्रालय का कार्यभार संभालने वाली एकमात्र महिला कौन रही है— इंदिरा गांधी
ब्रिटिश पूर्व भारत में किस शासक ने घाटे के बजट को अपनाया था— मुहम्मद बिन तुगलक
कार्य या परिणाम या लक्ष्यों की प्राप्ति के आधार पर सृजित बजट क्या कहलाता है— निष्पादन बजट
पूंजीगत प्राप्तियों एवं पूंजीगत भुगतानों को किस बजट में सम्मिलित किया जाता है— पूंजी बजट
किस बजट के अंतर्गत किसी भी विभाग अथवा संगठन द्वारा प्रस्तावित व्यय की प्रत्येक मद को बिल्कुल नई मद मान लिया जाता है— शून्य आधारित बजट
बजट का वह रूप क्या कहलाता है जिसमें बजट को लिंग विशेष के आधार पर तैयार किया जाता है या बजट में लिंग विशेष के लिए अलग से बजटीय प्रावधान किया जाता है— जेंडर बजट
जिस कर की अदायगी उसी व्यक्ति द्वारा की जाती है जिस पर वह कानूनी रूप से लगाया जाता है, उसे क्या कहते हैं— प्रत्यक्ष कर
आयकर, निगम कर, धन कर, संपदा कर, उपहार, कर, व्यय कर व ब्याज कर किस तरह के कर हैं—प्रत्यक्ष कर
सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क, सेवा कर व केंद्रीय बिक्री कर किस तरह के कर हैं— अप्रत्यक्ष कर
किसी भी देश की घरेलू/भौगोलिक सीमा के अंतर्गत एक लेखा वर्ष में सभी उत्पादकों (सामान्य निवासियों तथा गैर-निवासियों द्वारा उत्पादित समस्त वस्तुओं एवं सेवाओं के बाजार मूल्य के योग को क्या कहते हैं— सकल घरेलू उत्पाद
‘ग्रेशम का नियम’ किससे सम्बन्धित है – मुद्रा के प्रचलन से
‘हवाला’ क्या है – विदेशी मुद्रा विनिमय का अवैध कारोबार
सरकार द्वारा पुरानी मुद्रा को समाप्त कर नई मुद्रा चलाना कहलाता है – विमुद्रीकरण
वह अवस्था जिसमें मुद्रा का मूल्य गिर जाता है और कीमतें बढ़ जाती है, कहलाती है – मुद्रा स्फीति
मुद्रा स्फीति से बाजार की वस्तुएँ – महँगी हो जाती है।
मुद्रा स्फीति से लाभान्वित होता है – ऋणी
घाटे की वित्त व्यवस्था में व्यय और राजस्व का अन्तर अतिरिक्त कागजी मुद्रा छापकर पाटते हैं। इस युक्ति का उद्देश्य आर्थिक विकास है, परन्तु यदि यह विफल हुई हुई तो इससे कौन-सी स्थिति उत्पन्न होती है – मुद्रा स्फीति
वह वर्ग कौन है जिसको मुद्रा स्फीति के कारण सबसे अधिक हानि होती है – लेनदार
भारत में सर्वप्रथम पत्र-मुद्रा का चलन कब प्रारम्भ हुआ था – 1806 ई.
भारत की विदेशी मुद्रा का सर्वाधिक भाग खर्च होता है – पेट्रोलियम के आयात पर
भारत में मुद्रा स्फीति मापी जाती है – थोक मूल्य सूचकांक द्वारा
मुद्रा स्फीति की शून्य दर उस वर्ष में अवश्य मानी जाती है जब – वर्ष के प्रत्येक सप्ताह में मुद्रा स्फीति की वार्षिक दर शून्य हो।
मुद्रा स्फीति को स्थायी रूप से किस प्रकार नियन्त्रित किया जा सकता है – मुद्रा आपूर्ति की वृद्धि पर नियन्त्रण कर
भारतीय मुद्रा को पूर्ण परिवर्तनीय बनाया गया – 1993-94 के केन्द्रीय बजट में
गिल्ट एण्ड बाजार किससे संबंधित है – सोना-चाँदी / सर्राफा